इटावा में अंतरराज्जीय ऑटो फ्रॉड गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, 41 वाहन बरामद
कानपुर-चोरी किए गए ट्रक, टैंकर व अन्य वाहनों का फर्जी तरीके से नागालैंड, मणिपुर व अन्य राज्यों से एनओसी कराकर रजिस्ट्रेशन कराने वाले गैंग के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी तरीके से रजिस्टर किए गए 41 वाहनों (अनुमानित कीमत 7.50 करोड़) को बरामद किया गया है। यह गैंग पूरे उत्तर प्रदेश में वर्ष 2016 से सक्रिय है। फ्रॉड में तत्कालीन इटावा व औरैया के तीन एआरटीओ, स्टाफ, दलालों की भूमिका सामने आयी है। एक अनुमान के मुताबिक पूरे प्रदेश में करीब हल्के-भारी 10 हजार ऐसे वाहन हैं जिनमें 60 फीसद चोरी के संचालित हैं और बाकी को उनके मालिकों ने कटवा चोरी की रिपोर्ट लिखवा कर करोड़ों के इंश्योरेंस का फ्रॉड किया है।
अंतरराज्जीय ऑटो फ्रॉड गैंग का एसएसपी आकाश तोमर ने खुलासा करते हुए बताया कि विगत वर्ष एआरटीओ इटावा द्वारा सिविल लाइन थाना पर अभियोग पंजीकृत कराया गया था, जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि कुछ अज्ञात व्यक्ति चोरी किए हुए ट्रक, टैंकर, छोटे वाहनों का फर्जी तरीके से नागलैंड/मणिपुर आदि राज्यों में चेसिस नंबर बदलकर एनओसी लेकर जनपद इटावा व आसपास के जनपदों से रजिस्ट्रेशन कराकर चला रहे हैं। इस प्रकरण की विवेचना के दौरान पांच नवंबर को मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच व थाना सिविल लाइन की संयुक्त टीम द्वारा चोरी किए हुए ट्रैक्टरों का फर्जी तरीके से पंजीकरण कराकर बेचने तथा प्रयोग करने की संलिप्तता में 12 ट्रैक्टर व दस्तावेजों सहित तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इन दोनों विवेचनाओं के दौरान प्राप्त सूचनाओं पर ठोस कार्रवाई के लिए दिसंबर में चार अन्य टीमों का गठन किया गया था। गठित टीमों को विभिन्न जनपदों में पतारसी और सुरागरसी के लिए रवाना किया गया था, जिसमें पुलिस टीम द्वारा अन्य जनपदों में जाकर मुखबिरों की सहायता से कई फर्जी गाडिय़ों को चिह्नित किया गया।
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