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Kanpur: एपी फैनी कंपाउंड की जांच के लिए एसआईटी गठित, छह सदस्यों की टीम को डीसीपी सेंट्रल करेंगे लीड

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Kanpur News:  एडिशनल पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि एसआईटी की विवेचना का मुख्य रूप से पर्वेक्षण डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी करेंगे। सहायक पर्वेक्षण अधिकारी एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार और एसीपी कर्नलगंज तेज बहादुर सिंह होंगे। कानपुर में फर्जी तरीके से बेची गई नजूल की एपी फैनी कंपाउंड मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। मामले की विवेचना पर डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी के साथ ही एडीसीपी और एसीपी कर्नलगंज भी नजर रखेंगे। कर्नलगंज थानाक्षेत्र के चुन्नीगंज स्थित एपी फैनी कंपांउड को लेकर प्रशासनिक जांच में जमीनों की अवैध खरीद-फरोख्त का खुलासा हुआ था।ईसाई ट्रस्ट बनाकर उनके अधिकृत हस्ताक्षर करने वालों ने जमीन अवैध तरीके से बेच दी थी। प्रशासनिक जांच पूरी होने के बाद करीब एक सप्ताह पहले सरकारी अभिलेखों में एपी फैनी कंपाउंड की जमीन को नजूल की संपत्ति के रूप में दर्ज कर लिया गया था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि एसआईटी की विवेचना का मुख्य रूप से पर्वेक्षण डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी करेंगे। सहायक

Avnish Dixit: जिसके चैंबर में हुई पॉवर ऑफ अटार्नी…वह और एक अन्य वकील रडार पर, इनाम बढ़ाने की प्रक्रिया भी शुरू

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कानपुर में सिविल लाइंस स्थित नजूल की जमीन पर कब्जे के प्रयास के मामले की जांच में जुटी पुलिस जल्द ही अवनीश गैंग के चार चार अन्य लोगों को आरोपी बना सकती है। इसमें दो अधिवक्ता और एक कारोबारी भी है। पुलिस को आशंका है कि जमीन कब्जाने में इन लोगों ने भी अवनीश की मदद की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार नजूल की जमीन पर कब्जे के प्रयास के मामले में अवनीश सिर्फ मोहरा है। अवनीश से रिमांड पर हुई पूछताछ में पता चला है कि एक अधिवक्ता ने आरोपी जितेश झा की कंपनी श्री आनंदेश्वर एसोसिएट्स और हरेंद्र मसीह की संस्था यूनाइटेड फेलोशिप ऑफ क्रिश्चियन सर्विस के बीच लिखापढ़ी कराई थी। साथ ही, अवनीश को की गई पॉवर ऑफ अटार्नी भी इसी अधिवक्ता ने कराई थी। अधिवक्ता खुद कंपनी में शामिल नहीं है, मगर अपने ड्राइवर और नौकर के नाम पर कंपनी में 15 और 11 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखता है। इसके अलावा एक अन्य अधिवक्ता भी शामिल है, जो कब्जे के वक्त साथियों के साथ मौजूद था। मुख्य मामले में चारों का नाम शामिल करने की तैयारी पुलिस के पहुंचते ही भाग निकला था। वहीं एक कारोबारी समेत दो अन्य की भूमिका भी सामने आई है। पर्दे की पीछे

Avnish Dixit case: अवनीश पर अब दरोगा से मारपीट की रिपोर्ट दर्ज, जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप

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कानपुर : अवनीश दीक्षित के खिलाफ शनिवार को दरोगा से मारपीट की रिपोर्ट दर्ज हुई है। यह रिपोर्ट एकतानगर चौकी प्रभारी प्रेम प्रकाश मिश्रा ने दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि शनिवार दोपहर करीब एक बजे अवनीश को पेशी पर लेकर कोर्ट गए थे। कोर्ट से 20 सितंबर की तारीख मिलने पर लौटते समय कॉरिडोर पर अवनीश ने उन्हें खींचते हुए गालीगलौज और मारपीट शुरू कर दी। हमराही आशुतोष और अन्य पुलिसकर्मियों ने अलग किया। आरोप है कि अवनीश ने जान से मारने की धमकी दी। दरोगा का कहना है कि मारपीट के दौरान कंधे पर चोट आई है। डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार ने बताया कि चौकी इंचार्ज की तहरीर पर अवनीश के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालना, मारपीट, गालीगलौज समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  कमलेश गिरोह के शातिरों को तलाश रही पुलिस एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि कमलेश के साथी शानू लफ्फाज और मुशीर की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही इनकी गिरफ्तारी करने के बाद कमलेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। वहीं, पुलिस ने कमलेश से जुड़े कुछ लोगों को चिह्नित किया है। हालांकि पुलिस ने इनका नाम नहीं खोला है।